24 घंटे में 6 डिग्री गिरा न्यूनतम तापमान, महानदी के पानी में 5 सौ एकड़ की फसल डूबी

धमतरी . एक साथ 4 चक्रवाती घेरे के कारण जिले में 24 फरवरी की रात करीब 5 घंटे रुक-रुककर बारिश हुई। 30 साल बाद ऐसा मौसम आया, जब फाल्गुन महीने में लोगों को सर्दी का एहसास हो रहा है। 24 घंटे में 6 डिग्री न्यूनतम तापमान गिरा। बुधवार को सुबह 9.30 बजे तक क्षेत्र में घना कोहरा रहा। 



सुबह के समय ओंस की बूंदें व कोहरा दोनों एक साथ नजर आए। 100 से 150 मीटर दूर तक स्पष्ट नजर नहीं आ रहा था। वाहन चालकों को हेडलाइट जलाकर वाहन चलाना पड़ा। मौसम विभाग के अनुसार आगे 48 घंटे मौसम सर्द रहेगा। 



दिन का पारा 5 डिग्री कम : बुधवार को मौसम में उतार-चढ़ाव के बीच अधिकतम 24 व न्यूनतम तापमान 12 डिग्री रहा। 48 घंटे में दिन का पारा 5 डिग्री तक गिरा। रात का पारा स्थिर है। सुबह से शाम तक धूप-छांव का सिलसिला चलते रहा। दोपहर में तेज धूप निकली, पर नमी की मात्रा 60 प्रतिशत के आसपास रही। 10 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ठंडी हवाएं चली। जमीन गीली है, इसलिए धूप का असर कम लग रहा।


बारिश से महानदी में 3 फीट पानी बढ़ा, किसानों को करीब 50 लाख का नुकसान


पलारी | लगातार हो रही बारिश से महानदी का जलस्तर अचानक 3 फीट तक बढ़ गया है। दरअसल बारिश का पानी तो महानदी में पहुंचा ही, इसके साथ ही अन्य स्रोतों का ओव्हर फ्लो भी नदी में ही आने से जलस्तर बढ़ना लाजिमी था। इधर, गंगरेल से रबी फसल के लिए छोड़ा गया पानी भी नहरों से होकर महानदी में पहुंच गया। अचानक जलस्तर बढ़ने से नदी के अंदर सैकड़ों एकड़ में लगाई गई तरबूज व सब्जी बाड़ी की करीब 500 एकड़ की फसल पूरी तरह पानी में डूबकर बरबाद हो गई। इससे कर्ज लेकर बाड़ी लगाने वाले किसान चिंता में डूब गए हैं।  किसानों को करीब 50 लाख रुपए का नुकसान हो गया है। 


जानिए, बारिश से किन फसलों को नुकसान, फायदा 



  •  दलहन-तिलहन : बेमौसम बारिश से दलहन-तिलहन फसलों को नुकसान होगा, इनमें चना, तिवड़ा, मसूर शामिल है। क्योंकि फल, फूल झड़ने से उत्पादन कम होगा। कीट का प्रकोप बढ़ेगा।

  •  सब्जी : जिन सब्जियों को लगे 10 से 15 दिन हुए है, उस पर ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ेगा। बाजार में पहुंचने वाली सब्जियों पर असर पड़ेगा।  

  •  फायदा : धान, गेहूं के लिए बारिश फायदेमंद होगा।

  •  सेहत पर असर : बुधवार को जिला अस्पताल की ओपीडी 500 रही। सर्दी के कारण निजी अस्पतालों में बच्चे व बुजुर्ग मरीजों की संख्या बढ़ गई है। एक साल से अधिक उम्र के बच्चों में निमोनिया, अस्थमा की शिकायत हैं। सर्दी के कारण बुजुर्गों में जोड़ों में दर्द की शिकायत ज्यादा आ रही है।    


जानिए, हमारे प्रदेश में बारिश होने के कारण : मध्यप्रदेश होते हुए उत्तरी बिहार तक बारिश वाली हवा है। इस कारण बारिश हुई है। दक्षिण बिहार के ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन 1.5 किमी पर स्थित था।